नई दिल्ली, 13 अक्टूबर। भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका पहले से निर्धारित समय सीमा पर कायम रहने और इस शरद ऋतु में द्विपक्षीय व्यापार समझौते के पहले भाग पर हस्ताक्षर करने का इरादा रखते हैं। रॉयटर्स ने नई दिल्ली और वाशिंगटन के बीच व्यापार वार्ता की प्रगति से परिचित एक भारतीय सरकारी सूत्र के हवाले से यह खबर दी है।
उनके अनुसार, पार्टियां आर्थिक और व्यापार सहयोग के महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर बातचीत जारी रखती हैं। सूत्र ने कहा कि भारत अमेरिका से ऊर्जा और प्राकृतिक गैस संसाधनों की खरीद बढ़ाने की संभावना पर भी विचार कर रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वाशिंगटन यात्रा के बाद फरवरी में भारत और अमेरिका ने एक व्यापक व्यापार समझौते पर बातचीत शुरू की। दोनों देशों का लक्ष्य 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को दोगुना कर 500 अरब डॉलर तक पहुंचाने का है। उम्मीद है कि इस दस्तावेज़ पर शरद ऋतु में हस्ताक्षर किए जाएंगे। भारतीय प्रतिनिधिमंडल बातचीत के लिए कई बार अमेरिका का दौरा कर चुका है। दक्षिण और मध्य एशिया के लिए सहायक अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि ब्रेंडन लिंच के नेतृत्व में अमेरिकी अधिकारियों ने 16 सितंबर को नई दिल्ली का दौरा किया और भारत के विदेश मंत्रालय ने चर्चा के नवीनतम दौर को सकारात्मक बताया।
6 अगस्त को, संयुक्त राज्य अमेरिका ने रूसी तेल और पेट्रोलियम उत्पादों की खरीद से संबंधित भारत पर 25% का अतिरिक्त शुल्क लगाया। अगस्त के अंत में, आयातित भारतीय वस्तुओं और सेवाओं पर अमेरिकी टैरिफ बढ़कर 50% हो गया। आधिकारिक तौर पर नई दिल्ली इन कार्रवाइयों को अनुचित मानती है।