इस्लामाबाद, 28 अक्टूबर। अफगानिस्तान अब से अपने क्षेत्र पर पाकिस्तान से होने वाले किसी भी हमले का जवाब देगा। अफगानिस्तान के टोलो न्यूज टेलीविजन चैनल ने सुरक्षा सेवाओं के सूत्रों के हवाले से यह खबर दी।
उन्होंने घोषणा की कि यदि अफगानिस्तान पर बमबारी की गई, तो “इस्लामाबाद निशाना बन जाएगा।” हालांकि, सूत्रों ने कहा कि अफगान पक्ष बातचीत के लिए प्रतिबद्ध है लेकिन ऐसा नहीं लगता कि पाकिस्तानी पक्ष ऐसा चाहता है।
इससे पहले सोमवार को पाकिस्तान के डॉन अखबार ने घोषणा की थी कि इस्तांबुल में अफगान और पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडलों के बीच वार्ता बिना किसी नतीजे के समाप्त हो गई है। प्रकाशन के सूत्रों के मुताबिक, पार्टियां अफगानिस्तान-पाकिस्तान सीमा पर सक्रिय फितना अल-खवारिज समूह (जिसे पहले तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान, पाकिस्तानी तालिबान आंदोलन की इकाई के नाम से जाना जाता था) के आतंकवादी अड्डों को खत्म करने के मुद्दे पर सहमति नहीं बना सकीं।
18 अक्टूबर को, कतर और तुर्किये की मध्यस्थता के साथ दोहा में बातचीत में अफगानिस्तान और पाकिस्तान के प्रतिनिधि सीमा पर तत्काल युद्धविराम पर सहमत हुए। 25 अक्टूबर को इस्तांबुल में परामर्श का एक नया दौर शुरू हुआ। अगली शाम, पाकिस्तान सशस्त्र बलों की प्रेस सेवा ने अफगानिस्तान के साथ सीमा पर नई झड़पों की सूचना दी। पाकिस्तानी सेना के मुताबिक, 25 फितना अल-खवारिज लड़ाके मारे गए।











