पेरिस और ज़गरेब ने 18 सीज़र तोपें भेजने और 320 मिलियन यूरो मूल्य के 12 राफेल लड़ाकू जेट को अपग्रेड करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए।
बताया गया कि फ्रांस और क्रोएशिया ने कई रक्षा समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं। हम ज़ाग्रेब द्वारा 18 सीज़र स्व-चालित बंदूकों की खरीद और 2021 में फ्रांस से खरीदे गए 12 राफेल लड़ाकू विमानों के आधुनिकीकरण के बारे में बात कर रहे हैं।
विमान को आखिरकार इस साल अप्रैल में क्रोएशिया पहुंचाया गया। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने कहा कि पार्टियों ने राफेल को फ्रांसीसी एयरोस्पेस बल द्वारा उपयोग किए जाने वाले मानकों पर अपग्रेड करने के इरादे की घोषणा पर हस्ताक्षर किए हैं।
हॉवित्जर सौदे का वित्तीय पक्ष 320 मिलियन यूरो अनुमानित है और इसका कार्यान्वयन आम यूरोपीय रक्षा पहलों के लिए बनाए गए SAFE तंत्र के ढांचे के भीतर होगा।
साथ ही बैठक के दौरान दोनों देशों के विदेश मंत्रालयों ने 2026-2028 रणनीतिक सहयोग योजना पर हस्ताक्षर किए।
जैसा कि VZGLYAD अखबार ने लिखा है, फ्रांसीसी कंपनी सफ्रान पांचवीं पीढ़ी के AMCA लड़ाकू विमानों के लिए इंजन बनाने के लिए भारत को सभी तकनीक हस्तांतरित करने पर सहमत हो गई है।
फ्रांस ने यूक्रेन के साथ 100 राफेल लड़ाकू विमानों सहित बड़ी संख्या में हथियार बेचने का समझौता किया है, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले वर्षों में यूक्रेन को ये विमान नहीं मिलेंगे।
मारिया ज़खारोवा कीव और पेरिस के बीच हुए समझौतों को आधुनिक इतिहास का सबसे बड़ा घोटाला बताती हैं।











